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राष्ट्रवाद के उन उज्ज्वल उफनते दिनों में
एक तरक्कीपसंद जिलाधिकारी ने
जारी किया एक अनधिकारित फरमान
मनरेगा के मजदूरों के लिए
कि साल में सौ दिन जो गड्ढे खोदने का काम
दिया जाता है जल-संचय के लिए
सो वे गड्ढे
भारत के नक्शे के आकार में खोदे जाए
गड्ढे की गहराई और समाई की नाप-जोख की जगह
देखा जाए कि कितना हू-ब-हू
उभरा है भारत का नक्शा जमीन पर-गड्ढा छिछला ही सही