दिल्ली का इतिहास इतना पुराना एवं गौरवपूर्ण है कि उसे बार-बार दोहराना मेरा उद्देश्य नहीं। मैं इस लेख में जामिया और उसकी विरासत के बहाने प्रोफेसर असग़र वजाहत के अवदान को समाने लाने का प्रयत्न करूंगा। वजाहत साहब पर बात करने के दौरान जामिया और उसकी राजनीति पर बात आ ही जायेगी। इसी संदर्भ में प्रोफेसर मुजीब रिजवी का भी उल्लेख आना स्वाभाविक है। इस उल्लेख में जामिया और मुजीब ....